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Showing posts from May, 2018

हैदराबादी गोश्त बिरयानी - ( Hyadrabadi Gosht Biryani )

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हैदराबादी गोश्त बिरयानी बिरयानी मुगल युग का एक अनन्त अवशेष है जो दुनिया भर मेँ असंख्य रेस्टारेन्ट और रसोईघर में आज भी बहुत प्रख्यात है। इतना ही नहीं, यह परंपरागत नुस्खा हमेशा प्रत्येक पीढ़ी के स्वाद के अनुकूल हुआ है और समय की कसौटी पर खरा उतरा है। हैदराबाद के मुग़ल निज़ामो के इतिहास से लेकर, तौर तरीकों और खान-पान तक का हर पहलू आज भी दुनिया के कोने-कोने में एहले दिल तक दस्तक देता है क्या आप ने हैदराबादी मटन बिरयानी कभी खायी है और अगर नही खाई है तो यकीन मानिए ऐसे स्वाद का अनुभव आपने पहले कभी नही किया होगा हैदराबादी मटन बिरयानी इतनी लज़ीज़ होती है कि पेट भर जा पर मन नहीं भरता जो अपने स्वाद के कारण जानी जाती है अब बनाइये ईद पर हैदराबादी पारंपरिक मटन बिरयानी सबसे अलग और स्वादिष्ट बिरयानी और सभी को खिलाकर ईद की ख़ुशी को और बढ़ाइए सामग्री 1 किलो मटन 1/2 किलो चावल 250 ग्राम तेल 1 कटोरी पिसा हुआ पुदीना और हरी धनिया 2 बड़े चम्मच पिसा हुआ अदरक लहसुन 10 -12 काली मिर्च 4 बड़ी इलायची 5 /7 लौंग 5 -6 पिसी हुई हरी मिर्च 1/2 चम्मच जीरा नमक स्वादानुसा 4 कतरे हुए प

श्वेतार्क ( सफेद आक ) का पौधा - ( Calotropis Gigantea)

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  श्वेतार्क (Calotropis Gigantea) एक औषधीय पादप है इसको मंदार', आक, 'अर्क' और अकौआ भी कहते हैं। यह पौधा जहरीला होता है आंकड़े के पौधे से सफेद दूध भी निकलता है गर्मियों के दिनों में प्रायः अनेक स्थानों पर श्वेतार्क के बीज उड़ते हुए दिखाई देते हैं। साधारण सी भाषा में इनकों 'बुढ़िया के बाल ' कह देते हैं। इसका वृक्ष छोटा और छत्तादार होता है। पत्ते बरगद के पत्तों समान मोटे होते हैं। हरे सफेदी लिये पत्ते पकने पर पीले रंग के हो जाते हैं। इसका फूल सफेद छोटा छत्तादार होता है। फूल पर रंगीन चित्तियाँ होती हैं। फल आम के तुल्य होते हैं जिनमें रूई होती है। आक गर्मी के दिनों में रेतिली भूमि पर होता है। चौमासे में पानी बरसने पर सूख जाता है।अर्क इसकी तीन जातियाँ रक्तार्क,श्वेतार्क,राजार्क पाई जाती है इस वनस्पति के विषय में साधारण समाज में यह भ्रान्ति फैली हुई है कि आक का पौधा विषैला होता है यह मनुष्य को मार डालता है। इसमें किंचित सत्य जरूर है क्योंकि आयुर्वेद संहिताओं में भी इसकी गणना उपविषों में की गई है। यदि इसका सेवन अधिक मात्रा में कर लिया जाये तो, उलटी दस्त होकर मनुष्य की म
ग्रिल्ड कोकोनट बर्फी सामग्री बर्फी 200 ग्राम नारियल का बुरादा आधा कप वनीला  आइसक्रीम 2 स्कूप विधि बर्फी को मैश करें और उसमें नारियल का बुरादा डालकर मिक्स करें इसे अच्छे से मिक्स करें और इस मिक्सचर को ओवन प्रूफ बाउल में डालें इस बाउल को फ्री हीटेड ओवन में 180 डिग्री पर करीब 10 मिनट के लिए बेक करें इसे ओवन से निकाले और तुरंत ही इस पर आइसक्रीम डालकर सर्व करे 

वनीला ( Vanilla ) .....केसर के बाद दुनिया का दूसरा सबसे कीमती मसाला

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वनीला ( Vanilla )  पूरी दुनिया में जितनी भी आइस्क्रीम बनती है, उसमें से 40% 'वनीला' फ्लेवर की होती हैं। सिर्फ आइस्क्रीम ही नहीं बल्कि केक, कोल्ड ड्रिंक, परफ्यूम और दूसरे ब्यूटी प्रोडक्ट्स में भी इसका काफी यूज होता है। वनीला की कई देशों में काफी डिमांड है। पिछले कुछ सालों में वनीला की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं। 2015 में वनीला बीन्स 11500 रु प्रति किलो थी, जो 2016 में बढ़कर 14500 रु और 2017 में 24 हजार रु तक पहुंच गई। पिछले दिनों मैडागास्कर में आए चक्रवातीय तूफान के चलते इस साल वनीला की कीमतें 40 हजार रु प्रति किलो तक आ गई हैं। दुनिया का 75% वनीला ' मैडागास्कर ' में ही पैदा होता है। इंडिया में इसकी कीमत ऊपर-नीचे होती रहती है।भारत में 1 किलो वनीला खरीदने पर आपको 40 हजार रुपए तक देना पड़ सकते हैं। ब्रिटेन बाजार में 600 डॉलर प्रति किलो तक पहुंच गया है। भारत में इस समय चांदी 43,200 रुपए प्रति किलो की रेट से बिक रहा है तो ब्रिटेन के मार्केट में चांदी 530 डॉलर (35,500 रुपए) प्रति किलो के भाव से बिक रहा है। नीला आर्किड परिवार का मेम्बर है। यह एक बेल पौधा है, जिसक

'बैम्बू प्लांट ' ( Bamboo Plant ) घर में लगाएं, पैसों से लेकर लम्बी उम्र तक नहीं आएगी आपको कोई परेशान

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 'बैम्बू प्लांट ' ( Bamboo Plant ) वैसे तो बांस से बनी बांसुरी वैदिक ज्योतिष और वास्तु शास्त्र का हिस्सा पुरातन समय से रही है लेकिन चाइनीज वास्तु फेंगशुई में भी बांस का महत्व उतना ही है। घर में बांसुरी होने का बड़ा महत्व माना गया है वास्तु में। वहीं फेंगशुई में 'बैम्बू प्लांट ' रखने की सलाह दी जाती है। ये भी वास्तु दोष और नेगेटिव एनर्जी को दूर करता है। बाँस, ग्रामिनीई (Gramineae) कुल की एक अत्यंत उपयोगी घास है भारतीय वास्तु में बांस से बनी चीजें घर में रखने की सलाह दी जाती है। घर के पूर्वी कोने या दक्षिण पुर्वी कोने में बैम्बू प्लांट रखने का विशेष महत्व है। ये पैसे, समृद्धि, लंबी उम्र, बिजनेस में फायदे जैसे सारे लाभ पहुंचाता है। बैम्बू प्लांट की खासियत ये है कि वो हर परिस्थिति में खुद को संभालकर रखता है। तूफानी मौसम में जब दूसरे पौधे गिर रहे होते हैं, टूट रहे होते हैं, तब ये पौधा बढ़ रहा होता है। बांस के पौधे सदाबहार और लंबी आयु वाले होते हैं। इसलिए इन्हें घर में रखा जाता है, वहां ये अपनी एनर्जी से आसपास का माहौल बदलते हैं। भारतीय संस्कृति में फें